दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में केंद्रीय सचिवालय हिन्दी परिषद,नई दिल्ली की एक नई शाखा का गठन
केंद्रीय
सचिवालय हिन्दी परिषद,नई दिल्ली की एक नई शाखा का गठन
हाल ही में दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में किया गया है। शाखा के उदघाटन सहित इसकी प्रथम औपचारिक बैठक का आयोजन नेशनल
पावर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ,दुर्गापुर के तत्वावधान में दिनांक 08/12/2013 को किया
गया। इस प्रथम बैठक को समिति के अन्य कार्यकारिणी सदस्यों एवं पदाधिकारियों के अतिरिक्त
श्री विमल कुमार जैन,प्रबन्धक (अभियांत्रिकी),
इंडियन ऑइल कार्पोरेशन, श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव (उप निदेशक,एनपीटीआई)
तथा श्री विश्वजीत मजूमदार (प्राध्यापक,हिशियो, राजभाषा विभाग,गृह मंत्रालय) ने भी संबोधित किया। समिति के कार्यकलापों
पर प्रकाश डालते हुए संरक्षक श्री सुभाष चंद्र मिश्र (पूर्व प्रबन्धक
एवं पूर्व सचिव,नराकास,दुर्गापुर इस्पात संयंत्र) और मंत्री श्री
रमेश प्रसाद (शाखा प्रबन्धक,यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया) ने कहा कि परिषद का मुख्यालय
एक्स वाई -68,सरोजिनी नगर,नई दिल्ली-23 में स्थित है। इसकी स्थापना 3 मार्च
1960 को श्री हरिबाबू कंसल के द्वारा की गई थी। परिषद का ध्येय सरकारी कामकाज में हिन्दी
का प्रयोग बढ़ाना है। दिल्ली के अतिरिक्त भारत के अनेक शहरों में इसकी सैकड़ों शाखाएँ
हैं। केंद्रीय सरकार के कार्यालयों,राष्ट्रीयकृत बैंकों,उपक्रमों
तथा सरकारी निगमों और स्वायत्त संस्थाओं के कर्मचारी/अधिकारी इसके सदस्य हो सकते हैं।
सभी सदस्यों को “हिन्दी परिचय” पत्रिका निशुल्क तथा अन्य प्रकाशन रियायती मूल्य पर
दिये जाते हैं। परिषद की कुछ योजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए भारत सरकार के मानव
संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा विभाग) से अनुदान भी मिलता है। कथाकार श्री सुभाष रंजन, कवि श्री
मृत्युंजय तिवारी, सांस्कृतिक कार्यकर्ता श्री रणजीत कुमार और
कार्टूनिस्ट हरिसिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। शाखा की अगली बैठक में भावी
कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार किए जाने का संकल्प लिया गया है।
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