भाषा प्रौद्योगिकी (Language Technology) दुनिया भर में 7,000 से अधिक भाषाएँ हैं , और अगली सदी के दौरान उन में से आधे के हमेशा के लिए लुप्त हो जाने का खतरा है। भाषा प्रौद्योगिकियों के प्रतिनिधि स्थानीय भाषा प्रोग्राम के माध्यम से इन भाषाओं और संस्कृतियों को भविष्य की आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सकता है। भा षा मनुष्य की सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति करती है। परस्पर विचार-विनिमय की साधन भाषा संप्रेषण के माध्यम से संबंधों का जाल बुनने की दिशा में सक्रियता से योगदान देती है। किसी समाज , जाति , वर्ग आदि से परिचित होने के लिए सर्वप्रथम उसकी भाषा से परिचित होना एक अनिवार्य शर्त है। संपूर्ण विश्व में विविध भाषाएँ एवं क्षेत्रीय बोलयाँ हैं। सभी भाषाओं का ज्ञान होना किसी एक व्यक्ति के लिए मुश्किल ही नहीं , असभंव भी है। बीसवीं सदी की सूचना-क्रांति एवं भूमण्डलीकरण के फलस्वरूप मात्र अपनी भाषा तक ही सीमित न रहकर वैश्विक परिदृश्य में विविध भाषाओं तथा अपनी भाषा की उपयोगिता के मूल्याकंन करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है और परिणाम अनुवाद , मशीनी अनुवाद तथा अन्य कई प्रक्रिया...
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जून 10, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं