सभी पाठकों को सादर नमन् करते हुए मेरा यह ब्लॉग उन सभी हिन्दीतर (गैर हिन्दी भाषी) लोगों को समर्पित है, जिन्होंने अपनी मातृभाषा हिन्दी न होते हुए भी हिन्दी को न केवल प्रेम से अपनाया वरन दूसरों को भी हिन्दी सीखने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया . मैं स्वयं हिन्दीतर भाषी हूँ तथा मेरी मातृभाषा बांग्ला है लेकिन हिन्दी से मुझे उतना ही लगाव है जितना अपनी मातृभाषा से.