UNICODE : हिन्दी यूनिकोड संबंधी जानकारी

                                      HINDI UNICODE : हिन्दी यूनिकोड संबंधी जानकारी

unicode यूनिकोड की आवश्यकता क्यों?
कम्प्यूटर, मूल रूप से, नंबरों से सम्बंध रखते हैं। ये प्रत्येक अक्षर और वर्ण के लिए एक नंबर निर्धारित करके अक्षर और वर्ण संग्रहित करते हैं। यूनिकोड का आविष्कार होने से पहले, ऐसे नंबर देने के लिए सैंकडों विभिन्न संकेत लिपि प्रणालियां थीं। किसी एक संकेत लिपि में पर्याप्त अक्षर नहीं हो सकते हैं : उदाहरण के लिए, यूरोपीय संघ को अकेले ही, अपनी सभी भाषाऒं को कवर करने के लिए अनेक विभिन्न संकेत लिपियों की आवश्यकता होती है। अंग्रेजी जैसी भाषा के लिए भी, सभी अक्षरों, विरामचिन्हों और सामान्य प्रयोग के तकनीकी प्रतीकों हेतु एक ही संकेत लिपि पर्याप्त नहीं थीये संकेत लिपि प्रणालियां परस्पर विरोधी भी हैं। इसीलिए, दो संकेत लिपियां दो विभिन्न अक्षरों के लिए, एक ही नंबर प्रयोग कर सकती हैं, अथवा समान अक्षर के लिए विभिन्न नम्बरों का प्रयोग कर सकती हैं। किसी भी कम्प्यूटर (विशेष रूप से सर्वर) को विभिन्न संकेत लिपियां संभालनी पड़ती है; फिर भी जब दो विभिन्न संकेत लिपियों अथवा प्लैटफॉर्मों के बीच डाटा भेजा जाता है तो उस डाटा के हमेशा खराब होने का जोखिम रहता हैयूनिकोड विभिन्न भाषाओं के लिए विश्वस्तरीय और सर्वमान्य एक encoding system है जो  हिन्दी सहित सभी प्रमुख भारतीय और विश्व में प्रचलित अन्य भाषाओं को लिखने  के लिए एक वैज्ञानिक तर्कसम्मत और त्रुटिरहित प्रणाली है। इसमें हर भाषा के हर अक्षर के लिए एक सार्वभौमिक (universal) code प्रदान किया जाता है जो 16 bit का होता है , इससे पहले 8 bit की प्रणाली ही काम में लाई जाती थी जिससे हिन्दी के ही अनेक अक्षरों को कम्प्युटर पर ठीक से नहीं लिखा जा पाता था ।  यूनिकोड निशुल्क है तथा इसे किसी भी operating system में install या activate किया जा सकता है, इसे अपने कम्प्युटर पर सक्रिय कर लेने से internet पर webpage निर्माण या ईमेल अपनी भाषा में ही भेजना अत्यंत आसान हो जाता है । आप अब अपनी भाषा में ही लिखकर सर्च इंजन से किसी विषय की खोज कर सकते हैं। यूनिकोड में visual फोनेटिक ने केवल english में typing जानने वालों को transliteration (लिप्यंतरण) के माध्यम से अपनी भाषा में लिखना अत्यंत सहज कर दिया है। अब आप microsoft indic software tool की मदद से कई भाषाओं में सहजता से टाइप कर सकते हैं।

                                  विंडोज़ XP ऑपरेटिंग सिस्टम में यूनिकोड कैसे सक्रिय (ACTIVATE) करें  
यदि  आपका कम्प्युटर का ऑपरेटिंग सिस्टम  (OS) WINDOWS XP है , तो  आपको  पहले यह  जानना होगा कि  उसका  सर्विस पैक -1 ,2 या  3 कौन सा है । इसे जानने के लिए पहले आप अपने कम्प्युटर के डेस्क टॉप पर स्थित My Computer आइकॉन (icon) पर  right click करें  तथा जो  box खुलेगा उसमें  सबसे नीचे दिये गए  विकल्प (option) Properties को  select (चयन) करें। Properties पर click करने से आपको अपने कम्प्युटर  का  ऑपरेटिंग  सिस्टम तथा  सर्विस पैक  संख्या  लिखा हुआ मिल जाएगा।  अब आप  उसी  सर्विस पैक संख्या  वाला   ऑपरेटिंग सिस्टम का  CD अपने पास  तैयार रखें  क्योंकि  यूनिकोड  को  WINDOWS XP OS में  सक्रिय करते समय आपको इसकी जरूरत पड़ेगी । यदि आपके पास  WINDOWS XP OS  का CD नहीं है तो चिंता की कोई बात नहीं , आप  यूनिकोड संबंधी  फ़ाइल ,जिसका नाम  I386 है , किसी अन्य  जगह से  पेन ड्राइव में सेव कर उससे भी काम चला सकते हैं । सिर्फ ध्यान इस बात का रखें कि जहां से आप आई386 फ़ाइल कॉपी कर रहे हैं ,उसका सर्विस पैक  संख्या तथा आपके कम्प्युटर का सर्विस पैक संख्या  एक समान हो। यूनिकोड सक्रिय करने के लिए यह कतई जरूरी नहीं है कि आपके कम्प्युटर  का  ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) असली ही हो  या उसमें इन्टरनेट लगा हो । आप  किसी भी ब्रांडेड या असेम्बल्ड कम्प्युटर पर इसे जब चाहें सक्रिय कर सकते हैं।  आप नीचे दिये गए चरणों (Steps) का अनुसरण करते हुए आसानी से  अपने विंडोज -एक्सपी  ऑपरेटिंग सिस्टम  वाले कम्प्युटर में से इसतरह सक्रिय कर सकते हैं-
1. Go to Start- Control Panel - Regional & Language Options & Click on Languages Tab Tick the Check box to Install files for complex scripts... and click OK.

You will be required to place the Windows XP OS CD in the CD drive to enable Indic languages including Hindi
 

Reboot the System अब अपने कम्प्युटर को restart करें । जब आपका कम्प्युटर दुबारा चालू हो जाये तो आपको अपने कम्प्युटर के सबसे नीचे बने सिस्टम बार में EN लिखा हुआ दिखलाई पड़ेगा जो इस बात का ध्योतक है कि आपके कम्प्युटर पर  यूनिकोड अङ्ग्रेज़ी में सक्रिय हो गया है ,अब हिन्दी भाषा  को सक्रिय करने के लिए आप फिर से निंम्नलिखित क्रिया दोहराएँ-
Devnagari – INSCRIPT

Go to Start-> Control Panel > Regional & Language Options >Click on Languages Tab > Click on Details and Add Hindi Devnagari – INSCRIPT keyboard layout लेजर प्रिन्टर पर हिन्दी में प्रिंट न आने की समस्या का समाधान

UNICODE के प्रयोक्ता कई बार प्रश्न करते हैं कि कभी कभी लेजर प्रिंटर पर मुद्रण (print) करते समय केवल English वाला print होता है,हिन्दी की नहीं, जबकि print preview में हिन्दी और english दोनो दीखता है,ऐसा क्यों ? इसका कारण शायद यह हो सकता है कि प्रयोक्ता ने लेजर प्रिंटर के प्रिंट ऑप्शन में download fonts with each print job के बदले use printer fonts ऑप्शन चुन लिया होगा।चूँकि देवनागरी फोंट प्रिंटर में हरेक प्रिंट आदेश के साथ पाठ से साथ स्वतः डाउनलोड होते हैं, प्रिंटर की ROM मेमोरी में नहीं होते, अतः प्रिंट के समय raster mode चुनना चाहिए, vector नहीं।
 2.दूसरी समस्या यह होती है कि कभी कभी अक्षर की मात्रा में समस्या आती है जैसे नीचे लिखा हुआ शब्द नही ठीक से छपा है-
 
एेसा
इसका कारण यह है कि ए के ऊपर े मात्रा नहीं लग सकती, उसके लिए स्वतंत्र “ऐ” अक्षर है ,उसे ही टाइप करें। इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड में यह W प्रदर्शित key में है।

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